
मयूरी कानगो और अरशद वारसी।
फिल्मों में आने के बाद मायानगरी को छोड़ने का फैसला कर पाना आसान नहीं होता है। सितारे फिल्मों में आने के बाद चकाचौंध से इतने घिर जाते हैं कि इसके बिना रहने का फैसला नहीं कर पाते, लेकिन कई सितारे ऐसे भी हैं, जो फेमस होने और सफलता का स्वाद चखने के बाद भी फिल्मी दुनिया को अलविदा कह देते हैं। कई गुमनाम हो जाते हैं तो कई अलग फील्ड में नया मुकाम हासिल करते हैं। आज हम आपको ऐसी ही एक हसीना के बारे में बताएंगे, जो फिल्मों को अलविदा कहने के बाद भी कॉर्पोरेट की दुनिया में राज कर रही हैं। नीली आंखों और अपनी क्यूटनेस से लोगों को दीवाना बनाने वाली मयूरी कानगो अब गूगल में नौकरी करती है और वो भी टॉप पोजिशन पर। ये कैसे हुआ और उन्होंने ये फैसला क्यों लिया जानें।
इन फिल्मों के दम पर स्टार बनी थीं मयूरी कानगो
90 के दशक में बॉलीवुड की चहेती अदाकाराओं में शुमार मयूरी कांगो की कहानी जितनी फिल्मी है, उतनी ही प्रेरणादायक भी। एक वक्त था जब उनका नाम बड़े पर्दे पर उभरते सितारों में गिना जाता था और फिर अचानक उन्होंने बॉलीवुड की चमक-धमक से दूर होकर कॉर्पोरेट की दुनिया में नई पहचान बना ली। मयूरी कांगो ने 1995 में फिल्म ‘नसीम’ से अपने अभिनय करियर की शुरुआत की थी, लेकिन उन्हें असली पहचान मिली 1996 में आई फिल्म ‘पापा कहते हैं’ से। इस फिल्म का लोकप्रिय गाना ‘घर से निकलते ही कुछ दूर चलते ही’ आज भी लोगों की यादों में ताजा है और इसी गाने ने मयूरी को घर-घर में पहचान दिलाई। उस समय मयूरी को बॉलीवुड की अगली बड़ी स्टार माना जाने लगा था।
मयूरी कानगो।
आखिरी बार इस फिल्म में दिखीं मयूरी कानगो
इसके बाद उन्होंने ‘प्यार की जीत’, ‘नरगिस’, ‘थोड़ा गम थोड़ी खुशी’, ‘डॉलर बाबू’ और ‘किटी पार्टी’ जैसे फिल्मों और टीवी शोज में काम किया। मयूरी का अभिनय सहज और स्वाभाविक था, लेकिन उनका सफर बॉलीवुड में ज्यादा लंबा नहीं चला। साल 2000 में मयूरी आखिरी बार तेलुगु फिल्म ‘वामसी’ में नजर आईं। इसके कुछ साल बाद 2003 में उन्होंने फिल्म इंडस्ट्री को अलविदा कह दिया। उस समय उनके जीवन में एक नया मोड़ आया। उन्होंने औरंगाबाद में एक NRI बैंकर आदित्य ढिल्लन से शादी की और उनके साथ अमेरिका चली गईं।
शादी और परिवार को मयूरी ने दी तवज्जो
जहां ज्यादातर लोग ग्लैमर की दुनिया से दूर जाने के बाद खुद को गुमनाम मान लेते हैं, वहीं मयूरी ने जिंदगी को नए सिरे से शुरू किया। अमेरिका में रहते हुए उन्होंने मार्केटिंग और फाइनेंस में एमबीए की पढ़ाई पूरी की। फिर उन्होंने 2004 से 2012 तक अमेरिका की कॉर्पोरेट वर्ल्ड में विभिन्न कंपनियों में काम किया। इस दौरान वह एक बेटे की मां भी बनीं और परिवार के साथ एक संतुलित जीवन जिया। साल 2013 में वह भारत लौटीं और अपने कॉर्पोरेट करियर को यहीं आगे बढ़ाया। उन्होंने Performics नाम की डिजिटल मार्केटिंग कंपनी में मैनेजिंग डायरेक्टर के रूप में काम किया। उनकी काबिलियत और मेहनत ने उन्हें जल्द ही एक नई ऊंचाई पर पहुंचा दिया।
मयूरी कानगो।
अब करती हैं ये काम
साल 2019 में मयूरी कांगो ने एक और बड़ी छलांग लगाई जब वह गूगल इंडिया से जुड़ीं और फिर डिजिटल इंडस्ट्री हेड बनीं। एक समय की अभिनेत्री अब भारत की सबसे बड़ी टेक कंपनियों में से एक में लीडरशिप रोल में हैं। दिलचस्प बात यह है कि फिल्मों में आने से पहले मयूरी को IIT कानपुर में एडमिशन मिल गया था, लेकिन उन्होंने बॉलीवुड करियर के लिए वह मौका छोड़ दिया था। हालांकि बाद में उन्होंने यह साबित कर दिया कि उनके भीतर सिर्फ एक कलाकार ही नहीं, बल्कि एक लीडर और विजनरी प्रोफेशनल भी छिपा है।
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