
तारक मेहता का उल्टा चश्मा
टीवी की दुनिया में सीरियल्स और उनकी कहानी का दबदबा 80 के दशक से ही रहा है। दूरदर्शन आने के बाद मनोरंजन का सबसे बड़ा साधन बनी टीवी ने हजारों कहानियां लोगों तक पहुंचाई हैं। लेकिन कुछ ऐसे भी सीरियल्स रहे जिनकी न केवल कहानी बल्कि किरदारों ने भी लोगों के दिलों में घर कर लिया है। ऐसा ही एक शो अबखाब के कॉलम से जन्मा और 17 साल तक राज करता रहा। बीते कुछ साल में इस शो ने टीआरपी के सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए। लेकिन कुछ दिनों से इस शो का माहौल ऐसा बिगड़ा कि कई पुराने कलाकारों ने शो को अलविदा कह दिया और टीआरपी भी धूल चाटने लगी। हम बात कर रहे हैं ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ शो की। ये शो साल 2008 में शुरू हुआ था और आज तक उसी जोश के साथ जारी है। इस 17 साल की यात्रा में इस शो के कई कलाकारों ने बीच में ही अलविदा कह दिया लेकिन इसकी कहानी चलती रही। बीते कुछ साल से इस शो में इस तरह की दिक्कतें आईं कि कलाकारों के चलते खूब सुर्खियां बटोरीं। शो की एक्ट्रेस ने प्रोड्यूसर्स पर गंभीर आरोप लगाए तो कुछ ने बिना कोई कारण दिए शो छोड़ दिया। अब इस हफ्ते की टीआरपी आई है और टॉप पर रहने वाला ये शो टीआरपी की टॉप-10 से भी बाहर हो गया है।
टीआरपी में धूल चाटता दिखा ये शो
हाल ही में टीवी की दुनिया की 12वें हफ्ते की टीआरपी जारी हुई थी। जिसमें ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ शो टॉप-10 से भी बाहर हो गया है। इस टीआरपी की लिस्ट में अनुपमा शो ने बाजी मारी है और पहले नंबर पर रहा है। वहीं दूसरे नंबर पर ‘उड़ने की आशा है’ ने जगह बनाई। इस लिस्ट में एडवोकेट अंजलि, मंगल लक्ष्मी जैसे शो शामिल रहे। लेकिन कभी टीआरपी का किंग रहने वाला शो ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ इस लिस्ट से बाहर हो गया है। इसके पीछे की भी कई वजहें लोग बता रहे हैं। बीते कुछ दिनों से ये शो सुर्खियों में बना हुआ है। इसके कलाकारों ने बीच शो में ही अलविदा कह दिया तो कुछ ने प्रोड्यूसर्स पर गंभीर आरोप लगाते हुए शो को छोड़ दिया। लेकिन कम ही लोग जानते हैं कि अखबार के एक ब्लॉग से इस शो जन्म हुआ था।
कैसे अखबार से जन्मा था ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’
‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ शो सभी लोगों ने कभी न कभी तो जरूर देखा है। लेकिन कम ही लोग जानते हैं कि ये शो अखबार के एक कॉलम की कहानी से जन्मा था। तारक मेहता नाम के ही एक राइटर गुजरात की एक मैग्जीन में कॉलम चलाया करते थे। इस कॉलम का नाम था “दुनिया ने ऊन्धा चश्मा”। इस कॉलम को प्रोड्यूसर असित मोदी ने टीवी सीरियल में बदलने का फैसला लिया। इसक बाद 2008 में ये शो शुरू हुआ और प्रीमियर होते ही छा गया। इसके बाद शो धड़ल्ले से 17 साल से चल रहा है। इस शो के साथ शुरू हुए कई सीरियल्स बंद हो गए लेकिन इस शो की दीवानगी आज भी जारी है। इस शो के कलाकारों को भी लोगों ने सुपरहिट और पॉपुलर बना दिया। आज भी इस शो का जलवा देखने को मिलता है।
बीते दिनों में बिगड़ा शो का माहौल?
करीब 17 सालों से टीवी की दुनिया में छाया ये शो बीते कुछ समय से खूब सुर्खियां बटोरता रहा है। शो के लीड एक्टर दिलीप जोशी भी इसको लेकर खुलकर बात कर चुके हैं। दिलीप की भी शो के प्रोड्यूसर असित मोदी से हॉट टॉक हो चुकी है। इसके साथ ही कई कलाकारों ने शो को अलविदा कह दिया। तारक मेहता का किरदार निभाने कवि सैलेश लोढ़ा ने भी इस शो को अलविदा कह दिया था। इसके साथ ही नेहा मेहता, जैनिफर मिस्त्री और पलक सिंघवी जैसे एक्टर्स ने भी इस शो को टाटा कर दिया। जब इसके पीछे कारण पूछा गया तो लोगों ने शो के प्रोड्यूसर असित मोदी को जिम्मेदार ठहराया था। इन्ही विवादों के चलते आज ये शो टीवी की टीआरपी के टॉप-10 से बाहर हो गया है।
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