
हीरो में माणिक ईरानी ने बिल्ला नाम के विलेन की भूमिका निभाई थी।
अमिताभ बच्चन को हिंदी सिनेमा में 5 दशक से ज्यादा का समय हो गया है और इन सालों में उन्होंने कई ब्लॉकबस्टर फिल्में देकर वाहवाही लूटी है। उनकी कुछ एक्शन फिल्मों में एक विलेन अक्सर देखा गया, जिसने 37 साल पहले इस दुनिया को अलविदा कह दिया। 70-80 के दशक में इस एक्टर की गिनती बॉलीवुड के टॉप विलेन्स में होती थी, जिसकी काफी डिमांड थी। इसने अमिताभ बच्चन की फिल्मों में विलेन के साथ-साथ स्टंट डबल का भी रोल किया और ‘हीरो’ में बिल्ला नाम का विलेन बनकर खूब सुर्खियां बटोरीं। हम बात कर रहे हैं एक्टर माणिक ईरानी की, जो अमिताभ बच्चन की ‘मर्द’ और ‘शान’ सहित की कई फिल्मों में नजर आए थे।
माणिक ईरानी ने इन फिल्मों में किया काम
माणिक ईरानी ने 70 के दशक में फिल्मों में एंट्री ली थी और पहली फिल्म में उन्हें एक बदमाश का रोल मिला था। फिर वह 1976 में रिलीज हुई अमिताभ बच्चन की कई फिल्मों में नजर आए। कालीचरण में उन्होंने एक गूंगे विलेन की भूमिका निभाई थी। माणिक ने अमिताभ बच्चन के साथ कई फिल्में की और विलेन की रूप में अपनी पहचान बनाई। हालांकि, वह ज्यादातर फिल्मों में या तो सपोर्टिंग किरदारों में नजर आए या फिर अमिताभ बच्चन के बॉडी डबल। फिल्मों में अपनी विलेनगिरी दिखाकर उन्होंने खूब नाम कमाया।
स्टंटमैन बनना चाहते थे माणिक
माणिक शुरुआत से ही स्टंटमैन बनना चाहते थे। वह दारा सिंह से खासे प्रभावित थे और उन्होंने पहलवानी में भी हाथ आजमाया था। उन्होंने धीरे-धीरे स्ट्रीट बॉक्सिंग में हिस्सा लेना शुरू कर दिया और इसी दौरान रोहित शेट्टी के पिता और जाने-माने एक्शन डायरेक्टर एमबी शेट्टी की नजर उन पर पड़ी, जिन्होंने उन्हें अपनी स्टंट टीम में शामिल कर लिया। इसके बाद माणिक की फिल्मी दुनिया में एंट्री हुई और नेगेटिव रोल से खूब नाम कमाया।
कद-काठी में अमिताभ बच्चन जैसे थे माणिक
माणिक कद-काठी में बिलकुल अमिताभ बच्चन जैसे थे, जिसके चलते उन्होंने कई फिल्मों में उनके बॉडी डबल का रोल किया और उनकी कई फिल्मों में विलेन के रोल में भी नजर आए। उन्होंने अमिताभ बच्चन के साथ त्रिशूल, दीवार, डॉन, कालीचरण और शान जैसी फिल्मों में काम किया। 1979 में रिलीज हुई नटवरलाल में भी माणिक नजर आए, जिसके बाद से उनकी लोकप्रियता और भी बढ़ गई। इसके बाद वह कई बड़ी फिल्मों में दिखाई दिए।
शराब की लत ने किया बर्बाद!
माणिक ईरानी को खूब शोहरत मिली, लेकिन उनकी जिंदगी का बुरा दौर तब शुरू हो गया जब उन्हें शराब की लत लग गई। माणिक ने धीरे-धीरे खुद को पूरी तरह शराब में डुबो दिया। 16 जून 1991 को अचानक माणिक की मौत की खबर आई, उस वक्त वह 37 साल के थे। उनकी मौत का कारण आज भी एक रहस्य बना हुआ है। जहां कुछ रिपोर्ट्स में उनकी मौत का कारण आत्महत्या को बताया गया तो वहीं कई रिपोर्ट्स में दावा किया गया कि उनकी मौत एक्सीडेंट में हुई है। कुछ में यह भी कहा गया कि ज्यादा शराब पीने के चलते उनकी जान चली गई। माणिक की मौत को 34 साल बीत गए हैं, लेकिन आज भी ये एक रहस्य है कि उनकी मौत कैसे हुई।
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