
मनोज कुमार
बॉलीवुड में अपनी एक समृद्ध फिल्मी विरासत छोड़कर जाने वाले अभिनेता मनोज कुमार के निधन की खबर से फिल्मी दुनिया में गुरुवार को शोक की लहर रही। बुधवार की देर रात मुंबई के कोकिलाबेन अस्पताल में अंतिम सांस लेने वाले मनोज कुमार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी समेत तमाम सितारों ने श्रद्धांजलि दी है। भारतीय सिनेमा का एक चमकते सितारे के अस्त होने पर उनकी 78 साल की कलाकारी लोगों के सामने झूलने लगी। उपकार, शहीद, हरियाली और रास्ता, रोटी कपड़ा और मकान जैसी फिल्मों में अपनी एक्टिंग का जलवा दिखाने वाले हीरो मनोज कुमार को भारत कुमार के नाम से भी जाना गया। मनोज कुमार के साथ कई सुपरहिट फिल्में देने वाली एक्ट्रेस ‘अरुणा ईरानी’ ने उनके अस्पताल के आखिरी दिनों की दास्तां बताई है। अरुणा ईरानी ने बताया कि मनोज कुमार के फेफड़ों में पानी भर गया था। अरुणा भी यहां अपने इलाज के लिए भर्ती थीं।
अरुणा ईरानी ने बताई आखिरी दिनों की दास्तां
बॉलीवुड की दिग्गज एक्ट्रेस अरुणा ईरानी उन चंद हीरोइन्स में से एक हैं जिन्होंने मनोज कुमार के साथ सबसे ज्यादा फिल्में की हैं। अरुणा ने मनोज कुमार के साथ ‘उपकार’, ‘पूरब और पश्चिम’, ‘रोटी कपड़ा और मकान’ के साथ ‘शहीद’ जैसी फिल्म में साथ काम किया है। अरुणा ने हाल ही में ई-टाइम्स को दिए एक इंटरव्यू में बताया, ‘जब मेरा पैर टूटा तो मुझे भी अस्पताल में भर्ती किया गया था। मनोज कुमार भी उसी अस्पताल में भर्ती थे। हालांकि मेरी हालत के कारण मैं उनसे नहीं मिल सकी। लेकिन यहां उनके फेफड़ों में पानी भर गया था। उनकी हालत काफी खराब थी।’ अरुणा ने मनोज कुमार के साथ पुराने दिनों को भी याद कर उनके स्वभाव की तारीफ की है। अरुणा ने बताया, ‘उनकी पत्नी हमेशा ही हमसे मीठा बोलती थीं। मुझे हमेशा ही दोनों ने काफी सम्मान दिया है। मैंने मनोज कुमार के साथ सबसे ज्यादा फिल्मों में काम किया है।’
बंटवारे के दर्द को नहीं भुला पाए मनोज कुमार
मनोज कुमार का बॉलीवुड के ऐसे हीरो रहे हैं जिनका धर्मेंद्र से पक्का याराना था। अमिताभ बच्चन जब निराश होकर मुंबई से वापस लौट रहे थे तब मनोज कुमार ने ही उन्हें फिल्म रोटी कपड़ा और मकान में काम दिया था। इसके बाद अमिताभ बच्चन सुपरस्टार बन गए। मनोज कुमार की दोस्ती की कहानियां आज भी मशहूर हैं। मनोज कुमार का जन्म वर्तमान पाकिस्तान के शहर एबटाबाद में हुआ था। मनोज कुमार का असली नाम हरिकिशन गोस्वामी था। लेकिन आजादी के बाद हुए भारत-पाकिस्तान बंटवारे के बाद मनोज कुमार दिल्ली आ गए। इस बंटवारे की आग में मनोज कुमार ने अपने भाई को खो दिया। मनोज कुमार का परिवार दंगों की आग की चपेट झेलता रहा और दिल्ली के शरणार्थी कैंप में रहा। इन्ही हादसों ने मनोज कुमार को ‘शहीद’ फिल्म बनाने के लिए मजबूर किया।
मनोज कुमार के निधन पर दुखी हैं फिल्मी सितारे
बता दें कि मनोज कुमार के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लेकर अक्षय कुमार, शाहरुख खान, अजय देवगन समेत तमाम सितारों ने दुख जता है। अजय देवगन ने कहा कि मनोज कुमार के सिनेमा को आज स्वर्णिम दौर कहा जाता है। उनके काम से आने वाली पीढ़ियां इंस्पिरेशन लेती रहेंगी। अपने 40 साल के करियर में मनोज कुमार ने 55 फिल्मों में एक्टिंग की और 11 से ज्यादा फिल्मों की कहानियां लिखीं। फिल्म उपकार जिसने अवॉर्ड्स की धूम मचा दी थी को मनोज कुमार ने दिल्ली से लेकर मुंबई तक की ट्रेन यात्रा में लिखा था। अब मनोज के निधन पर लोगों ने उन्हें श्रद्धांजलि दी है।
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