
दिव्या भारती और शाहरुख खान।
बॉलीवुड में खूबसूरत और प्रतिभाशाली अभिनेत्रियों की कभी कमी नहीं रही। हर साल नई-नई अदाकाराएं फिल्मों में कदम रखती हैं, कुछ सितारे बन जाती हैं, तो कुछ गुमनामी के अंधेरे में खो जाती हैं। लेकिन कुछ ऐसे चेहरे होते हैं जो अपनी कम उम्र, छोटे करियर और सीमित फिल्मों के बावजूद दर्शकों के दिलों में अमिट छाप छोड़ जाते हैं। दिव्या भारती एक ऐसी ही अदाकारा थीं, जिन्होंने महज तीन साल के फिल्मी करियर में वो मुकाम हासिल किया, जिसे पाने में दूसरों को दशकों लग जाते हैं। दिव्या ने बहुत कम उम्र में बॉलीवुड में कदम रखा। उनकी मासूमियत, चंचलता और स्क्रीन प्रेजेंस ने उन्हें तुरंत दर्शकों की पसंदीदा बना दिया।
श्रीदेवी से हुई दिव्या की तुलना
उनकी तुलना श्रीदेवी जैसी दिग्गज अभिनेत्री से की जाने लगी, लेकिन उन्होंने साबित कर दिया कि वे खुद एक अनोखी पहचान हैं। माधुरी दीक्षित और श्रीदेवी के स्टारडम के दौर में भी दिव्या का नाम सबसे आगे आने लगा था। निर्माताओं की लाइन उनके दरवाजे पर लगी रहती थी और हर बड़ा अभिनेता उनके साथ काम करना चाहता था। दिव्या भारती ने अपने करियर की शुरुआत साउथ इंडियन फिल्म इंडस्ट्री से की। उन्होंने तेलुगु और तमिल फिल्मों में काम किया, जिसके बाद बॉलीवुड ने उनके टैलेंट को पहचाना। हिंदी सिनेमा में उन्हें फिल्म ‘विश्वात्मा’ से डेब्यू करने का मौका मिला। इस फिल्म का गाना ‘सात समंदर पार’ आज भी लोगों की जुबां पर है। इसके बाद उन्होंने ‘शोला और शबनम’, ‘बलवान’, ‘क्षत्रिय’, ‘दीवाना’ जैसी फिल्मों से इंडस्ट्री में अपनी एक खास जगह बना ली।
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शाहरुख खान के साथ यादगार शुरुआत
1992 में शाहरुख खान ने भी फिल्मी दुनिया में कदम रखा। उन्होंने सबसे पहले हेमा मालिनी की फिल्म ‘दिल आशना है’ साइन की, लेकिन उनकी पहली रिलीज फिल्म ‘दीवाना’ रही। इस फिल्म में दिव्या भारती उनके साथ मुख्य भूमिका में थीं। यह फिल्म सुपरहिट हुई और शाहरुख को रातोंरात एक स्टार बना दिया। दिव्या और शाहरुख की जोड़ी को दर्शकों ने बहुत पसंद किया। इसके बाद दोनों ने ‘दिल आशना है’ में भी साथ काम किया। शाहरुख ने एक इंटरव्यू में दिव्या को याद करते हुए कहा था कि उन्हें लगता है कि उन्हें दिव्या के साथ और भी फिल्में करनी चाहिए थीं। उन्होंने दिव्या को एक बेहद जिंदादिल और टैलेंटेड कलाकार बताया।
शादी और मौत का रहस्य
महज 18 साल की उम्र में दिव्या ने निर्माता साजिद नाडियाडवाला से चुपचाप शादी कर ली थी। उन्होंने इस शादी को काफी समय तक छिपाकर रखा, यहां तक कि उनके पिता को भी इसकी जानकारी नहीं थी। शादी के केवल 10 महीने बाद ही 5 अप्रैल 1993 को दिव्या की मौत की खबर ने पूरे देश को झकझोर दिया। बताया गया कि दिव्या अपने मुंबई स्थित घर की पांचवीं मंजिल की बालकनी से गिर गईं और अस्पताल पहुंचने से पहले ही उनकी मौत हो गई थी। उस समय यह दावा किया गया कि वे नशे की हालत में थीं और गलती से गिर गईं। हालांकि उनकी मौत को लेकर कई तरह की अफवाहें और साजिशें भी सामने आईं। कुछ ने इसे दुर्घटना कहा तो कुछ ने हत्या या आत्महत्या की संभावना जताई। उनकी मां ने एक इंटरव्यू में कहा था, ‘दिव्या बालकनी में गई थी। वह शायद किनारे पर बैठी होगी, संतुलन खो बैठी और गिर गई। मैं किसी को दोष नहीं देती। यह नियति थी।’
एक अधूरी किंवदंती
दिव्या भारती की मौत से पूरा बॉलीवुड स्तब्ध रह गया था। उनके चाहने वाले सदमे में थे, क्योंकि इतनी कम उम्र में, इतनी ऊंचाइयों को छूने वाली अभिनेत्री का इस तरह चले जाना किसी को समझ नहीं आया। दिव्या को फिल्मफेयर अवॉर्ड में बेस्ट फीमेल डेब्यू का खिताब मिला था, जो उनकी प्रतिभा का प्रमाण है। उन्होंने दो साल में 21 फिल्मों में काम किया और कई और फिल्में उनके हाथ में थीं। लेकिन नियति को कुछ और ही मंजूर था।
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