
कोमल भाभी यानी अंबिका
पिछले कुछ हफ्तों से ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ के दर्शकों ने शो में एक महत्वपूर्ण बदलाव महसूस किया है। शो के सबसे अहम किरदार जेठालाल गायब था, इसी बीच बबीता जी भी गायब दिखीं तो लोगों ने अटकलें लगानी शुरू कर दी कि शायद ये शो छोड़ रहे हैं, लेकिन बाद में दोनों ने साफ किया कि ये अभी भी शो का हिस्सा है, बस कुछ दिनों के लिए ब्रेक पर थे। इसी बीच मिसेज हाथी, यानी कोमल हाथी भी एपिसोड्स से गायब थीं। शो की शुरुआत से ही जुड़ी रहीं अभिनेत्री अंबिका रंजनकर की अनुपस्थिति ने सोशल मीडिया पर अफवाहों को जन्म दे दिया कि उन्होंने शो छोड़ दिया है। एक ओर नए परिवार की शो में एंट्री हुई तो दूसरी ओर उनके जाने की अफवाहों ने जोर पकड़ लिया। दर्शकों के बीच बेचैनी बढ़ने लगी और कई लोग मानने लगे कि एक और सीनियर कलाकार ने गोकुलधाम को अलविदा कह दिया है, लेकिन सच्चा कुछ और ही जिससे हम आपको वाकिफ कराएंगे।
अंबिका रंजनकर ने क्या कहा?
हाल ही में टेली चक्कर को दिए एक इंटरव्यू में अंबिका रंजनकर ने इन अफवाहों को सिरे से खारिज कर दिया। उन्होंने साफ शब्दों में कहा, ‘मैंने शो नहीं छोड़ा है। मुझे कुछ निजी कारणों से शूटिंग से थोड़ा ब्रेक लेना पड़ा था।’ उन्होंने यह भी बताया कि वह अब भी ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ का हिस्सा हैं और यह सिर्फ एक छोटा सा ब्रेक था ताकि वे अपनी निजी जिंदगी पर ध्यान दे सकें। उनके इस स्पष्टीकरण से फैंस ने राहत की सांस ली है, क्योंकि मिसेज हाथी का किरदार न केवल शो का एक अहम हिस्सा है, बल्कि दर्शकों के दिलों में भी खास जगह रखता है।
17 सालों से शो का हिस्सा है अंबिका
अंबिका रंजनकर पिछले 17 सालों से मिसेज हाथी का किरदार निभा रही हैं। डॉ. हाथी के किरदार (निर्मल सोनी) के साथ उनकी ऑनस्क्रीन केमिस्ट्री और गोकुलधाम परिवार के अन्य सदस्यों के साथ उनके मजबूत रिश्ते ने उन्हें एक यादगार किरदार बना दिया है। उनकी जगह किसी और को देखना दर्शकों के लिए भावनात्मक रूप से कठिन होता, खासकर तब जब पिछले कुछ वर्षों में कई पुराने कलाकार शो से विदा ले चुके हैं।
कहानी में क्या नया है?
जहां अंबिका की अनुपस्थिति ने थोड़ी चिंता पैदा की, वहीं शो के निर्माताओं ने दर्शकों की दिलचस्पी बनाए रखने के लिए नए किरदारों की एंट्री करवाई है। धरती भट्ट, कुलदीप गौर, अक्षन सेहरावत और माही भद्रा अब शो में रूपा बदीतोप, रतन बिंजोला, वीर और बंसरी के रूप में नजर आएंगे। कहानी अब जयपुर के एक साड़ी की दुकान के मालिक रतन और उनकी पत्नी बंसरी के इर्द-गिर्द घूमेगी। बंसरी एक घरेलू महिला हैं जो साथ ही कंटेंट क्रिएटर भी हैं। उनके बच्चे अब टप्पू सेना का हिस्सा बनने वाले हैं, जिससे शो में नई ऊर्जा और मस्ती की उम्मीद की जा रही है। 17 सालों के लंबे सफर के बाद भी ‘तारक मेहता का उल्टा चश्मा’ की टीआरपी स्थिर बनी हुई है।
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