
प्रिया तेंदुलकर।
70-80 के दशक में बॉलीवुड में कई अभिनेत्रियों ने एंट्री की। सब एक से बढ़कर एक खूबसूरत थीं। कई हीरोइनें उस दौर में ऐसी रहीं दो अपनी चमक बिखेरने में कामयाब रहीं। ऐसी ही एक अभिनेत्री के बारे में आज आपको बताएंगे। इन्होंने अपनी कमाल की एक्टिंग के दम पर सफलता की सीढ़ियां चढ़ीं। फिल्मों के अलावा कई टीवी सीरियलों में भी काम किया और अपने एक्टिंग टैलेंट की बदौलत दर्शकों के दिलों को सालों तक जीतती रहीं। फिल्मी पर्दे पर ये शाहरुख खान की मां भी बनीं। करियर में सफलता हासिल करने वाली इस हसीना की पर्सनल लाइफ जरा भी आसान नहीं रही। जिंदगी में उतार-चढ़ाव देखते हुए उन्होंने 47 की उम्र में ही दुनिया को अलविदा कह दिया। पति से अलग होने के बाद एक्ट्रेस ऐसी टूटी कि कैंसर से जंग लड़ने की हिम्मत भी खो दीं। अब कई सालों के बाद एक्ट्रेस के पति ने इस बारे में बात की है।
7 साल बाद टूटी थी शादी
हम जिस एक्ट्रेस की बात कर रहे हैं ये कोई और नहीं बल्कि प्रिया तेंदुलकर हैं। 19 अक्टूबर 1954 को जन्मीं प्रिया तेंदुलकर का बचपन से ही आर्ट और कल्चर की ओर जुड़ाव था और होता भी क्यों न उनके पिता पद्मभूषण से सम्मानित जाने माने राइटर विजय तेंदुलकर थे। छोटी उम्र में ही प्रिया ने थिएटर में काम करना शुरू कर दिया। इसके बाद उन्होंने फिल्मों और टीवी सीरियल्स का रुख किया। फिल्मों में काम के दौरान ही प्रिया को एक्टर और राइटर करण राजदान से प्यार हो गया। 4 साल की डेटिंग के बाद दोनों ने शादी कर ली। सात साल तक ही दोनों की शादी चली और फिर तलाक हो गया। एक्ट्रेस ये तलाक कभी नहीं चाहती थीं। वो इससे टूट गई थीं। उन्होंने अपने पति से कई बार गुजारिश की थी कि वो तलाक न लें, लेकिन फिर भी पति की जिद पर तलाक हुआ और इसके बाद कैंसर से जूझते हुए प्रिया तेंदुलकर की 2002 में मौत हो गई।
इस वजह से हुए तलाक
अब सालों बाद इस बारे में उनके पति ने बात की है। गौर करने वाली बात है कि उन्होंने आज तक दूसरी शादी नहीं की। प्रिया तेंदुलकर के पति एक्टर और राइटर करण राजदान ने बताया, ‘कोर्टशिप और शादी को मिलाकर हम 11 साल तक साथ रहे। 1999 में हमारा तलाक हुआ। मेरी लाइफ का सबसे ट्रॉमेटिक पीरियड था। मुझे समझ नहीं आ रहा था कि हम साथ कैसे रहे। मैं मैच्योर-इम्मैच्योर जैसा भी था समझ नहीं पा रहा था, उसकी पोजेसिवनेस मुझसे बर्दाश्त नहीं हो रही थी। जब मैं भटकता नहीं भी था तो भी वो पोजेसिव तो थी। उसकी तरफ से वो प्यार था, लेकिन वो गाना है न बहुत ज्यादा प्यार भी अच्छा नहीं होता।’
नहीं चाहती थीं तलाक
इसी कड़ी में आगे बात करते हुए करण ने जीवन के और भी कई अनसुने पन्ने खोले और बताया, ‘तलाक के बाद उन्हें कैंसर का पता चला। मैं तलाक के बाद भी उनके इस मर्ज के बारे में जानता था, मुझे इस तरह से बताया जा रहा था कि वो ठीक हो रही हैं। मुझे फिर किसी और का फोन आया था कि वो नहीं रहीं। परिवार की ओर से कुछ हद तक गलत जानकारी दी गई, लेकिन अब गलत भी क्या कहें, शायद उन्हें लग रहा था कि वो ठीक हो जाएंगी। वो तलाक नहीं लेना चाहती थी, लेकिन मैं चाहता था, मैं समझ नहीं पा रहा था कि हम साथ कैसे रहेंगे। वो कैंसर से जूझ रही थी और उन्हें कैंसर किस तरह हुआ ये नहीं बताना चाहूं, लेकिन इस पर हमारे बहुत झगड़े भी होते थे।’
ऐसा रहा प्रिया का करियर
इस दौरान करण राजदान ने बताया कि वो प्रिया पर बायोपिक भी लिख चुके हैं, जिसे स्टार प्रवाह पर चलाने की बात भी हुई लेकिन नहीं बनी। इस बातचीत के दौरान करण इमोशनल हो गए और रो भी पड़े। उन्हें अलगवा का पछतावा रहा। बात करें प्रिया के करियर की तो एक्टिंग की दुनिया में आने से पहले उन्होंने 5 स्टार होटल में रिसेप्शनिस्ट की नौकरी की। इसके बाद वो एक एयर होस्टेस बनीं। पार्ट टाइम मॉडलिंग करते हुए उन्हेंने फिल्मों में आने से पहले न्यूज रीडर की नौकरी की। फिल्म श्याम बेनेगल की फिल्म अंकुर (1974) से डेब्यू करने का मौका मिल। टीवी के पॉपुलर शो ‘रजनी’ और ‘हम पांच’ के लिए उन्हें जाना जाता है। त्रिमूर्ती में उन्होंने शाहरुख खान की मां का रोल भी प्ले किया। उनका झुकाव मराठी फिल्मों की और अधिक रहा और यही वजह है कि कई मराठी शोज और फिल्मों में वो नजर आईं।
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