
शक्ति कपूर और श्रद्धा कपूर।
फिल्मों में अपनी कॉमेडी के साथ ही खलनायकी से छाप छोड़ने वाला ये एक्टर ‘आऊऊऊ’ कहकर बड़े पर्दे पर छा गया था। एक दौर ऐसा था कि इनके पिता नहीं चाहते थे कि ये फिल्मों में आए। वो इन्हें दर्जी बनाना चाहते थे, लेकिन इनकी ख्वाहिश हमेशा से ही एक एक्टर बनने की रही और इस सपने को पूरा करने के लिए लगातार हाथ-पैर मारने के बाद उन्हें पहली फिल्म एक हादसे के बाद ऑफर हुई। इस एक्टर को पहली फिल्म मिलना भी किसी फिल्मी कहानी से कम नहीं है। अब ये शख्स न सिर्फ बॉलीवुड का नामी एक्टर है, बल्कि इसकी बेटी भी सुपरस्टार का दर्जा हासिल कर चुकी है और अपनी हालिया रिलीज ‘स्त्री 2’ से 850 करोड़ कमा चुकी है। अब तो आप समझ ही गए होंगे कि आखिर हम किसकी बात कर रहे हैं। ये बाप बेटी की जोड़ी शक्ति कपूर और श्रद्धा कपूर की है।
ये थी पहली फिल्म
बॉलीवुड स्टार शक्ति कपूर सालों से अपने शानदार अभिनय के लिए जाने जाते हैं। शक्ति भारत के सबसे पसंदीदा अभिनेताओं में से एक हैं। उन्होंने साल 1980 की फिल्म ‘कुर्बानी’ में खलनायक विक्रम सिंह की यादगार भूमिका से दर्शकों का दिल जीत लिया था, लेकिन क्या आप जानते हैं कि शक्ति कपूर को यह भूमिका कैसे मिली, इसके पीछे एक दिलचस्प कहानी है? अगर नहीं, तो हम आपको बताते हैं! यह वास्तव में एक शानदार संयोग था जिसके कारण उन्हें यह अवसर मिला और इसने बॉलीवुड में उनके लिए कई दरवाजे खोल दिए।
नई गाड़ी से हुआ हादसा
डीडी उर्दू से बातचीत में शक्ति कपूर ने बताया कि अपने शुरुआती दिनों में उन्होंने एक विज्ञापन में काम किया और करीब 13,000 रुपए कमाए। कार के शौकीन होने के कारण उन्होंने इस पैसे से एक सेकंड-हैंड फिएट कार खरीदी, जिसके दरवाजे आगे की तरफ खुलते थे। उन्होंने कहा, ‘मैं अपनी फिएट कार बांद्रा के लिंकिंग रोड पर चला रहा था, तभी एक मर्सिडीज ने ओवरटेक करने की कोशिश में मेरी कार को टक्कर मार दी और मेरी कार एक कोने में चली गई।’ अपनी नई कार के क्षतिग्रस्त होने के बाद शक्ति कपूर को आर्थिक कठिनाइयों का सामना करना पड़ा। इसे ठीक कराने की लागत इतनी आ रही थी कि गाड़ी में टक्कर मारने वाले शख्स से उन्होंने मुआवजा वसूलने की सोची।
ऐसे मिली पहली फिल्म
अभिनेता ने कहा, ‘जैसे ही कार का दरवाजा खुला, मैंने देखा कि मर्सिडीज चलाने वाले व्यक्ति कोई और नहीं बल्कि फिरोज खान थे। उन्हें देखकर मेरा सारा गुस्सा गायब हो गया और मैंने उन्हें बताया कि मैं एक अभिनेता हूं और मैंने उनसे अनुरोध किया कि वह मुझे फिल्मों में मौका दें। उन्होंने कहा कि हां तुम देखोगे। तुमने मेरी कार के साथ क्या किया है? और ये कहकर चले गए। उन्हें देखने के लिए भीड़ जमा हो गई थी।’ अपने नुकसान से निराश शक्ति कपूर बाद में लेखक केके शुक्ला के घर गए, जिन्होंने उनसे कहा, ‘तेरी किस्मत खराब है।’ तभी केके शुक्ला ने उन्हें बताया कि उन्होंने उन्हें एक फिल्म में भूमिका के लिए सुझाया था, लेकिन निर्देशक ने उस लड़के को चुना जिसका फिरोज खान के साथ पहले एक्सीडेंट हुआ था।
यहीं से चमकी किस्मत
उन्होंने शक्ति से कहा, ‘जब वह लड़का अपनी कार से उतरा तो फिरोज खान डर गए और उन्हें लगा कि वह उन्हें मार देगा। उन्होंने कहा कि उसके जैसा खलनायक चाहिए जो लोगों को डरा सके। उन्होंने कहा कि मुझे वह लड़का चाहिए।’ शक्ति कपूर ने केके शुक्ला को बताया कि फिरोज खान ने जिस एक्टर की गाड़ी में टक्कर मारी थी वो कोई और नहीं बल्कि वो खुद थे। इसके बाद केके शुक्ला ने फिरोज खान को फोन करके बताया कि जिस व्यक्ति की वो तलाश कर रहे थे वो यहीं मौजूद है। इसके बाद शक्ति कपूर को हिट फिल्म ‘कुर्बानी’ में कास्ट किया गया। इसमें फिरोज खान, विनोट खन्ना और अमरीश पुरी भी नजर आए। इसी फिल्म से उनकी किस्मत चमक गई।
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