digital products downloads

‘मिशन कश्मीर’ से ‘ब्लैक फ्राइडे’ तक, कश्मीर में आतंकवाद की गहरी जड़ों को दिखाती हैं ये 10 फिल्में – India TV Hindi

‘मिशन कश्मीर’ से ‘ब्लैक फ्राइडे’ तक, कश्मीर में आतंकवाद की गहरी जड़ों को दिखाती हैं ये 10 फिल्में – India TV Hindi

Image Source : INSTAGRAM
मिशन कश्मीर और ब्लैक फ्राइडे।

जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। ‘मिनी स्विटजरलैंड’ के नाम से मशहूर बैसरन घाटी में हुए इस हमले में आतंकियों ने पर्यटकों पर अंधाधुंध फायरिंग की, जिसमें 26 लोगों की मौत हो गई और 20 से ज्यादा लोग घायल हो गए। लश्कर-ए-तैयबा के सहयोगी संगठन ‘द रेजिस्टेंस फ्रंट’ (टीआरएफ) ने हमले की जिम्मेदारी ली और जांच में पता चला कि आतंकियों ने धर्म के आधार पर हिंदू पर्यटकों को निशाना बनाया। यह हमला 2019 के पुलवामा हमले के बाद कश्मीर घाटी में हुए क्रूर हमलों में से एक है, जिसने फिर से कश्मीर में आतंकवाद के खतरे को उजागर किया। इन हमलों की भयावह कहानी कई फिल्मों में भी दिखाई गई है।

हिंदुस्तान की कसम (1999)

वीरेंद्र सक्सेना द्वारा निर्देशित ‘हिंदुस्तान की कसम’ कारगिल युद्ध पर आधारित है, जिसमें भारतीय सेना और पाकिस्तान समर्थित आतंकवादियों और घुसपैठियों के बीच संघर्ष को दर्शाया गया है। अमिताभ बच्चन और अजय देवगन अभिनीत यह फिल्म देशभक्ति और सैन्य बलिदान की कहानी है।

मिशन कश्मीर (2000)

विद्या विनोद चोपड़ा द्वारा निर्देशित, ‘मिशन कश्मीर’ कश्मीर में आतंकवाद और उसके प्रभावों की कहानी है। फिल्म में एक पुलिस अधिकारी (संजय दत्त) और उसके दत्तक पुत्र (ऋतिक रोशन) के बीच की कहानी दिखाई गई है, जो आतंकवादी बन जाता है।

मां तुझे सलाम (2002)

टीनू वर्मा द्वारा निर्देशित, ‘माँ तुझे सलाम’ भारत-पाकिस्तान सीमा पर आतंकवाद और घुसपैठ की कहानी है। सनी देओल अभिनीत, यह फिल्म एक सैनिक की कहानी बताती है जो आतंकवादियों से लड़ता है। फिल्म देशभक्ति और आतंकवाद के खिलाफ पूरी ताकत से लड़ाई दिखाती है।

ब्लैक फ्राइडे (2004)

अनुराग कश्यप द्वारा निर्देशित, ‘ब्लैक फ्राइडे’ 1993 के मुंबई बम धमाकों पर आधारित है, जिसे दाऊद इब्राहिम और उसके सहयोगियों ने अंजाम दिया था। यह फिल्म हुसैन जैदी की किताब ब्लैक फ्राइडे: द ट्रू स्टोरी ऑफ द बॉम्बे बम ब्लास्ट पर आधारित है और आतंकवाद के पीछे की साजिश, जांच और सामाजिक प्रभावों पर गहराई से चर्चा करती है। फिल्म में पुलिस अधिकारी राकेश मारिया (के के मेनन) के किरदारों और आतंकवादी साजिश की कहानी को समानांतर रूप से दर्शाया गया है।

थान (2008)

संतोष सिवन द्वारा निर्देशित ‘थान’ एक मासूम बच्चे तहान की कहानी है, जो कश्मीर के आतंकवाद प्रभावित माहौल में अपने पालतू गधे को वापस पाने की कोशिश करता है। फिल्म में आतंकवाद के बीच मासूमियत, परिवार और सामुदायिक जीवन को दर्शाया गया है। यह कश्मीर की त्रासदी को भी सामने लाती है।

जीरो डार्क थर्टी (2012)

हॉलीवुड फिल्म ‘जीरो डार्क थर्टी’ अल-कायदा प्रमुख ओसामा बिन लादेन की तलाश और 2011 में उसकी हत्या पर आधारित है। फिल्म आतंकवाद के खिलाफ वैश्विक लड़ाई और खुफिया एजेंसियों की भूमिका को दर्शाती है। कैथरीन बिगेलो द्वारा निर्देशित इस फिल्म ने आतंकवाद के वैश्विक नेटवर्क को समझने में मदद की।

होटल मुंबई (2018)

ऑस्ट्रेलियाई-भारतीय सह-निर्माण ‘होटल मुंबई’ 2008 के मुंबई हमलों (26/11) पर आधारित है, जिसमें लश्कर-ए-तैयबा के आतंकवादियों ने ताज होटल, ओबेरॉय ट्राइडेंट और छत्रपति शिवाजी टर्मिनस जैसी जगहों पर हमला किया था। फिल्म में देव पटेल और अरमान खान जैसे अभिनेताओं ने होटल के कर्मचारियों और मेहमानों की बहादुरी को दर्शाया है, जिन्होंने आतंकवादियों के खिलाफ बहादुरी से लड़ाई लड़ी। फिल्म में मानवीय भावनाओं, डर और साहस को उजागर किया गया है।

उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक (2019)

‘उरी: द सर्जिकल स्ट्राइक’ 2016 में उरी में भारतीय सेना के शिविर पर हुए आतंकवादी हमले और उसके जवाब में भारत द्वारा की गई सर्जिकल स्ट्राइक पर आधारित है। इस फिल्म में विक्की कौशल ने मेजर विहान सिंह शेरगिल की भूमिका निभाई है, जो आतंकवादियों के खिलाफ एक साहसी ऑपरेशन का नेतृत्व करते हैं। फिल्म में कश्मीर में आतंकवाद की स्थिति, सीमा पार से घुसपैठ और भारतीय सेना की जवाबी कार्रवाई को प्रभावी ढंग से दर्शाया गया है।

शेरशाह (2021)

‘शेरशाह’ कारगिल युद्ध के नायक कैप्टन विक्रम बत्रा की बायोपिक है, जिन्होंने 1999 में पाकिस्तान समर्थित घुसपैठियों के खिलाफ लड़ाई लड़ी थी। हालांकि यह फिल्म युद्ध पर केंद्रित है, लेकिन यह कश्मीर में आतंकवाद और सीमा पार से घुसपैठ की समस्या को भी छूती है। सिद्धार्थ मल्होत्रा ​​द्वारा निभाया गया विक्रम बत्रा का किरदार देशभक्ति और बलिदान का प्रतीक बन गया।

द कश्मीर फाइल्स (2022)

‘द कश्मीर फाइल्स’ 1990 के दशक में कश्मीरी पंडितों के नरसंहार और पलायन पर आधारित है। फिल्म कश्मीर में आतंकवाद के सामाजिक और मानवीय प्रभावों को दर्शाती है। विवेक अग्निहोत्री द्वारा निर्देशित यह फिल्म कश्मीर में आतंकवाद की ऐतिहासिक घटना को दर्शाती है।

Latest Bollywood News

Doonited Affiliated: Syndicate News Hunt

This report has been published as part of an auto-generated syndicated wire feed. Except for the headline, the content has not been modified or edited by Doonited

Source link

Uniq Art Store India

Related posts

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Uttarakhand News Doonited
Social media & sharing icons powered by UltimatelySocial
Instagram
WhatsApp