
परवीन बॉबी
बॉलीवुड एक्ट्रेस न केवल अपने फैशन के लिए बल्कि अपने निजी जिंदगी के फैसलों के लिए भी फैन्स के दिलों में खास बन जाती हैं। हीरोइन्स इंडस्ट्री में अपने उतार-चढ़ाव के साथ ट्रेंड सेट करती हैं। कुछ अभिनेत्रियां ऐसी भी थीं जिनके लिए नियति ने कुछ और ही प्लान बनाए होते हैं। ऐसी ही एक महान अभिनेत्री थीं दिवंगत परवीन बॉबी। आज ही के दिन 1954 को गुजरात का जूनागढ़ में जन्मी परवीन बॉबी ऐसी ही एक महिला थीं जिनके रहस्यमय अभिनय ने सभी के दिलों में एक खास जगह बनाई थी। 70 के दशक में परवीन ग्लैमरस चेहरों में से एक थीं, इतनी कि परवीन उस समय टाइम्स मैगज़ीन के कवर पर छपने वाली पहली भारतीय महिला बनीं थीं। हालांकि परवीन अपने सहकर्मियों महेश भट्ट, अमिताभ बच्चन, कबीर बेदी और डैनी डेन्जोंगपा जैसे अपने सह-कलाकारों के साथ कथित रिलेशनशिप के लिए भी काफी समय तक चर्चा में रहीं। हालांकि अमिताभ ने कभी इस तरह के संबंधों को स्वीकार नहीं किया, लेकिन अन्य तीनों सितारों ने हमेशा उनके साथ अपने संबंधों को स्वीकार किया। आज परवीन बाबी की पुण्यतिथि पर हम जानते हैं उनकी जिंदगी के अहम किस्से और दर्दनाक मौत की कहानी।
डैनी डेन्जोंगपा के साथ था पहला रिलेशनशिप
यह 1974 की बात है, जब परवीन बॉबी और डैनी डेन्जोंगपा रिलेशनशिप में आए थे और अक्सर कई सार्वजनिक कार्यक्रमों में साथ देखे जाते थे। दोनों बी-टाउन के दूसरे दोस्तों के साथ भी पार्टी करते थे, जिनमें कबीर बेदी, उनकी पत्नी प्रोतिमा बेदी और जलाल आगा शामिल थे। परवीन और डैनी चार साल तक रोमांटिक रिलेशनशिप में थे और दोनों के बीच अच्छी बॉन्डिंग थी। फिल्मफेयर को दिए एक पुराने इंटरव्यू में डैनी ने एक बार परवीन के साथ बिताए खूबसूरत पलों के बारे में बात की थी और कहा था, ‘हम दो छोटे बच्चे थे और हम चार साल तक साथ रहे। उन दिनों यह बड़ी खबर थी। हमने बहुत बढ़िया समय बिताया, लेकिन बाद में हम अलग हो गए और अच्छे नोट पर अलग हो गए। हम दोस्त बने रहे।’
शादीशुदा हीरो से हो गया प्यार
बाद में परवीन अपने कॉमन फ्रेंड कबीर बेदी के प्यार में पड़ गईं। कबीर पहले से ही शादीशुदा थे। पत्रकार से लेखिका बनी करिश्मा उपाध्याय ने परवीन के संस्मरण, परवीन बाबी: ए लाइफ में डैनी के साथ परवीन के ब्रेकअप का जिक्र किया था। उन्होंने लिखा था, ‘डैनी को अपने कानों पर विश्वास नहीं हुआ, न केवल इसलिए कि परवीन और वह तकनीकी रूप से एक रिश्ते में थे, बल्कि इसलिए भी कि प्रोतिमा और कबीर उनके दोस्त थे। परवीन के साथ रिश्ते का अंत बिना किसी नाटक के हुआ। कोई आतिशबाजी या रोना-धोना नहीं हुआ और बस ऐसे ही दोनों की जिंदगी का एक महत्वपूर्ण अध्याय खत्म हो गया।’ लॉकडाउन के दौरान, अभिनेता कबीर बेदी ने स्टोरीज आई मस्ट टेल नामक एक संस्मरण लिखा था। अपने संस्मरण में, कबीर बेदी ने दो उल्लेखनीय और अपरंपरागत महिलाओं के बारे में बताया था जिनसे उन्हें प्यार हो गया था।
इसके अलावा उन्होंने उल्लेख किया था कि कैसे उनकी पहली पत्नी प्रोतिमा बेदी के साथ उनके खुले विवाह ने उनके जीवन में एक खालीपन पैदा कर दिया था और परवीन बॉबी ने इसे भर दिया था। शुरुआत में प्रोतिमा और परवीन अच्छी दोस्त थीं और प्रोतिमा ने अनजाने में परवीन को अपने पति कबीर बेदी के साथ संबंध बनाने के लिए मजबूर कर दिया था। हालांकि, प्रोतिमा ने कभी नहीं सोचा था कि परवीन और कबीर एक-दूसरे के प्रति इतने आकर्षित हो जाएंगे और दोनों का एक साथ रहना भी प्रोतिमा को बहुत दुखी कर गया था। परवीन, कबीर के प्यार में बहुत जुनूनी हो गई थी और वह उसके साथ इटली भी गई थी। आखिरकार 1977 में कबीर ने अपनी पहली पत्नी प्रोतिमा से तलाक ले लिया और इस समय उन्होंने परवीन से भी अपना रिश्ता खत्म कर लिया था। कबीर ने अपने संस्मरण में यह भी बताया था कि कैसे परवीन के साथ उनके असफल रिश्ते ने उन्हें भावनात्मक और मानसिक रूप से थका दिया था।
महेश भट्ट के साथ चला अफेयर
कबीर बेदी से ब्रेकअप के बाद परवीन बॉबी इटली से लौटी थीं और तब उनकी मुलाकात महेश भट्ट से हुई थी। उस समय वह अपनी पहली पत्नी लोरेन ब्राइट से पहले से ही शादीशुदा थे और उनका एक बच्चा भी था। लेकिन इससे उन्हें परवीन के साथ रहने से नहीं रोका जा सका। हालांकि परवीन और महेश के लिव-इन रिलेशनशिप ने अभिनेत्री के अलग पक्ष को तभी उजागर किया जब वह कई बार नर्वस ब्रेकडाउन से गुजर रही थीं। जल्द ही महेश उनके साथ बैंगलोर चले गए ताकि उन्हें ठीक होने में मदद मिल सके। यह रिश्ता ढाई साल तक चला उसके बाद महेश को एहसास हुआ कि वह परवीन को नहीं बचा सकते। फिल्मफेयर पत्रिका को दिए गए एक साक्षात्कार के दौरान, महेश भट्ट ने परवीन बाबी के साथ अपने रिश्ते के बारे में सब कुछ बताया था और उन सबसे बुरे दिनों के बारे में भी बताया था जब उन्होंने परवीन बाबी को अपनी बीमारी से जूझते हुए देखा था। आखिरकार 1980 में महेश और परवीन का ब्रेकअप हो गया। बताया जाता है कि महेश ने परवीन के साथ अपने रिश्ते पर आधारित दो फिल्में भी बनाई थीं। ये फ़िल्में थीं अर्थ, जिसमें शबाना आज़मी, कुलभूषण खरबंदा, स्मिता पाटिल ने काम किया था और वो लम्हे, जिसमें शाइनी आहूजा और कंगना रनौत ने काम किया था।
जिंदगी का हुआ दर्दनाक अंत
बताया जाता है कि इन फिल्मों ने परवीन की मानसिक स्थिति को और भी ज्यादा तकलीफ पहुंचाई थी क्योंकि इनमें उनके जीवन के परेशान करने वाले किस्से सामने आए थे। परवीन अपने आखिरी दिनों में मीडिया की नजरों से दूर अपने जुहू वाले फ्लैट में अकेली रहती थीं। जब उनके पड़ोसियों ने देखा कि उन्होंने अखबार और दूध नहीं उठाया है, तब जाकर सबको पता चला कि दुनिया ने सिर्फ़ एक खूबसूरत अभिनेत्री ही नहीं, बल्कि एक पवित्र आत्मा भी खो दी है। 23 जनवरी 2005 को परवीन स्वर्ग सिधार गईं। हालांकि, उनके अंतिम संस्कार में उनके सभी चाहने वाले लोग शामिल हुए। जिनमें डैनी डेन्जोंगपा, महेश भट्ट और कबीर बेदी जैसे नाम शामिल रहे।
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