
मुराद खेतानी।
सिनेमाघरों में दो-ढाई घंटे में खत्म हो जाने वाली फिल्म को बनाने में कई बार सालों का समय लग जाता है। फिल्म की स्क्रिप्ट चुनने से लेकर पोस्ट प्रोडक्शन जैसे कामों में करोड़ों खर्च होते हैं। वहीं फिल्म के लिए एक्टर्स को चुनना भी प्रोड्यूसर्स के लिए एक बड़ी चुनौती होती है, जिसके बारे में मुराद खेतानी और सिद्धार्थ रॉय कपूर ने हाल ही में खुलकर चर्चा की। उन्होंने बताया कि कैसे कई बार उनके सामने किस-किस तरह की अजीब-गरीब डिमांड्स भी रखी जाती हैं। इनमें स्क्रिप्ट की भाषा भी शामिल है। इसी के साथ सिद्धार्थ रॉय कपूर ने बताया कि कैसे इंडस्ट्री के लोगों में एक असुरक्षा की भावना है।
द फिल्मी हसल में मुराद खेतानी और सिद्धार्थ रॉय कपूर
IndiaTV के पॉडकास्ट ‘The Filmy Hustle’ में बातचीत के दौरान मुराद खेतानी ने बताया कि एक्टर्स को फिल्म के लिए साइन करते वक्त किस-किस तरह की मुश्किलों का सामना करना पड़ता है। इसके बारे में बात करते हुए मुराद खेतानी ने एक बेहद मजेदार किस्सा शेयर किया। उन्होंने याद किया कि कैसे एक एक्टर की मैनेजर को उनकी टीम ने स्क्रिप्ट भेजी और इस मैनेजर को हिंदी ही नहीं आती थी। इसके बाद एक्टर की मैनेजर ने उनसे इंग्लिश में स्क्रिप्ट की डिमांड की।
हर कोई 400-500 करोड़ की फिल्म करना चाहता है- मुराद खेतानी
किस्सा शेयर करते हुए मुराद खेतानी ने कहा- ‘प्रॉब्लम है, हर कोई 400-500 करोड़ करना चाहता है। जैसे कि स्क्रिप्ट अच्छी है, लेकिन एक्टर्स के इर्द-गिर्द जो हैं… वो एक बहुत बड़ी समस्या है। एक किस्सा ऐसा है कि मैं आज भी सोच-सोच कर हंसता हूं। एक एक्टर ने कहा- मेरी मैनेजर को स्क्रिप्ट भेज दो। मैंने भेज दी। मेरी टीम आई और बोली- सर मैनेजर बोल रही है कि क्या ये स्क्रिप्ट क्या इंग्लिश में मिल सकती है। उन्हें हिंदी नहीं आती थी। तो वो पढ़कर बताएगी कि एक्टर को वो फिल्म करनी चाहिए या नहीं, जिन्हें हिंदी नहीं आती वो ये हिंदी फिल्म बताएगी कि हिंदी फिल्म करनी चाहिए या नहीं।’
मुझे लगता है ये डर के कारण है- सिद्धार्थ रॉय कपूर
मुराद खेतानी की बात को आगे बढ़ाते हुए सिद्धार्थ रॉय कपूर कहते हैं- ‘मुझे लगता है कि यह अभी डर के कारण उपजा है। क्योंकि उद्योग के भीतर हर कोई अपनी जगह को लेकर बहुत असुरक्षित है। और असुरक्षा इस उद्योग का एक हिस्सा है। यह कोई नई बात नहीं है। निर्माता के रूप में, मैं मुंज्या जैसी फिल्म से बहुत प्रेरित था। क्योंकि यह एक ऐसी फिल्म है जिसके निर्माता ने आक्रामक निर्णय लेते हुए कहा है कि मैं यह फिल्म बनाने जा रहा हूं। मैं इसमें बेहतरीन वीएफएक्स डालने जा रहा हूं। मैं इसमें बिना किसी बड़े सितारे के एक निश्चित राशि खर्च करने जा रहा हूं और मैं इसका समर्थन करने जा रहा हूं। और इस फिल्म ने अच्छा बिजनेस किया। ये प्रोड्यूसर की जीत थी। हमे इसी दृढ़ विश्वास के साथ आगे बढ़ना चाहिए।’
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