
प्रणव मोहनलाल।
फिल्मी दुनिया काफी रंगीन है और इसका प्रभाव सितारों की पर्सनल लाइफ पर पूरी तरह दिखता है। ये एक लग्जरी से भरी लाइफ जीते हैं। आम दिनों में भी फैशनेबल कपड़े पहनकर ये क्लबों में जाते नजर आते हैं। चमक-दमक से भरी उनकी लाइफ का प्रभाव उनके परिवार और बच्चों पर भी पड़ता है। ज्यादातर स्टारकिड्स भी अपने माता-पिता की तरह ही आलीशान जींदगी जीते हैं। बचपन से ही सारे सुखों का इस्तेमाल करते हैं। विदेश में पढ़ाई, महंगे ब्रांड के डिजाइनर कपड़े और पार्टियां इनके लिए आम सी बात होती है। माता-पिता के स्टारडम का पूरा मजा लेते हुए ये स्टाइलिश लाइफ जीने से नहीं चूकते। ऐसा कम ही देखा गया है कि सितारे अपने बच्चों को इन सुखों से दूर रखें या उनके बच्चे खुद इस लग्जरी को छोड़कर सादगी भरी जिंदगी जिएं, लेकिन इस अतरंगी दुनिया में एक स्टारकिड ऐसा है जिस पर उसके पिता के स्टारडम का रत्ती भर भी असर नहीं हो रहा।
कौन है ये स्टारकिड
इस स्टारकिड ने सालों पहले ही तय कर लिया कि वो कैसी जिंदगी जीना चाहता है। पिता के स्टारडम का स्वाद चखने के बाद भी उसने इससे मुंह फेर लिया। इस स्टारकिड को पिता के सुपरस्टार होने से कोई फर्क नहीं पड़ता है और ये अपनी जिंदगी अपनी शर्तों पर जी रहा है। फिल्मी दुनिया में अपवाद साबित हो रहा ये स्टारकिड इस वक्त के सबसे चर्चित सुपरस्टार मोहनलाल का बेटा है। जी हां, हम बात कर रहे है प्रणव मोहनलाल की। प्रणव ने खुद अपनी लग्जरी से भरी जिंदगी को त्याग दिया है। बिना किसी चमक-दमक के प्रणव आम लोगों की तरह जिंदगी गुजार रहे हैं, जबकि वो मोहनलाल के इकलौते बेटे हैं। सामान्य लड़के की तरह जीवन गुजार रहे प्रणव इन दिनों स्पेन में रहते हैं। यहां वो दूसरों के खेतों में काम करते हैं और सूअरों का भी ध्यान रखते हैं।
स्टारकिड करते हैं वर्क अवे
‘दृश्यम’ स्टार की पत्नी सुचित्रा ने मनोरमा मैगजीन से बातचीत की और बेटे के बारे में बताया है। उन्होंने कहा कि वो भले ही वह हर साल अपने बेटे के लिए कुछ स्क्रिप्ट सुनती हैं, लेकिन प्रणव फिलहाल फिल्मों के अलावा अन्य कामों में व्यस्त हैं। उन्होंने ये भी बताया कि वो चाहती हैं कि वो फिल्में करना न छोडे़ं और लगातार काम करते रहें। सुचित्रा ने बताया कि प्रणव स्पेन के एक खेत में ‘वर्क अवे’ करते हैं। इस ‘वर्क अवे’ कल्चर में उन्हें पैसे के बजाय खाना और रहने के लिए जगह मिलती है। वो काम करते हैं और वहीं रहते हैं। प्रणव पैसों से जुड़ी चीजों के बदले ऐसी चीजों को करने में यकीन रखते हैं। बीते दिनों प्रणव ने घोड़ों और बकरियों की देखभाल का काम शुरू किया था।
मां चाहती हैं बेटा करे ज्यादा फिल्में
सुचित्रा ने कहा, ‘हालांकि लोग, जिनमें उनके चचेरे भाई भी शामिल हैं, अक्सर कहते हैं कि प्रणव केवल मेरी बात सुनता है, मुझे नहीं लगता कि यह पूरी तरह सच है। उसके अपने विचार हैं, वह जिद्दी नहीं है, लेकिन वह वही करता है जो उसे सही लगता है। मैं उससे साल में कम से कम दो फिल्में करने का आग्रह करती रहती हूं, लेकिन वह हमेशा मेरी बात नहीं सुनता। कभी-कभी मुझे लगता है कि वह सही हैं, जीवन में संतुलन होना चाहिए।’ सुचित्रा ये भी कहती हैं कि वो कभी भी मोहनलाल नहीं बन सकता। सुचित्रा ने कहा कि उन्हें बेटे के लिए स्क्रिप्ट पढ़ना पसंद है, लेकिन फिल्म प्रोजेक्ट पर आखिरी फैसला उसका ही होता है। फिल्मों में नए होने के बावजूद प्रणव की तुलना पिता मोहनलाल से होतील है।
इन फिल्मों में कर चुके हैं काम
बता दें, मोहनलाल के बेटे प्रणव ने साल 2003 की ड्रामा फिल्म ‘पुनरजानी’ में बाल कलाकार के रूप में अभिनय की शुरुआत की। इसी फिल्म के लिए उन्हें सर्वश्रेष्ठ बाल कलाकार के लिए केरल राज्य फिल्म पुरस्कार भी जीता था। साल 2015 में प्रणव फिल्मों में दोबारा वापसी किए। इस बार उन्होंने ‘दृश्यम’ में असिस्टेंट डायरेक्टर के तौर पर काम किया। इसके बाद वो ‘पापनासम’ और ‘द लाइफ ऑफ जोसुट्टी’ में काम करते नजर आए। इसके बाद उन्होंने एक्टिंग में वापसी की और ‘आधी’ से अभिनय की शुरुआत की। ये फिल्म उस साल की सबसे ज्यादा कमाई करने वाली मलयालम फिल्म थी। इसके लिए उन्होंने सर्वश्रेष्ठ डेब्यू एक्टर का SIIMA अवॉर्ड भी मिला। इसके बाद एक्टर ‘हृदयम’ में नजर आए। ये फिल्म उनके करियर में सबसे बड़ी हिट रही।
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