
सौरभ शुक्ला।
साल 2013 में एक फिल्म आई थी जिसमें कोर्ट रूम ड्रामा था। ये फिल्म लोगों को इस कदर पसंद आई कि इसका दूसरा पार्ट भी बना दिया गया। इस फिल्म का दूसरा पार्ट भी पहले वाले की तरह ही सफल रहा। अब इस फिल्म का तीसरा पार्ट आने वाले है और इसका दर्शकों को दिल से इंतजार है। ये कोई और फिल्म नहीं बल्कि ‘जॉली एलएलबी’ है, जिसके पहले दोनों पार्ट की सफलता के बाद फिल्म में नजर आए जज त्रिपाठी की जमकर तारीफ हुई। लोगों को उनका हाव-भाव भा गया था। इस किरदार को सौरभ शुक्ला ने निभाया था। क्रिटिक्स ने भी सौरभ की सराहना की और इसका फायदा भी हुआ उन्हें बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर का नेशनल अवॉर्ड दिया गया। तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी से उन्हें ये अवॉर्ड मिला। उस दौरान एक्टर ने एक प्रोटोकॉल तोड़ दिया था।
एक्टर ने जानबूझकर की थी चूक
फिल्म ‘जॉली एलएलबी’ में जज की भूमिका सौरभ शुक्ला ने जिस खूबसूरती और सादगी से निभाई, उसने न सिर्फ दर्शकों का दिल जीता बल्कि पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी के दिमाग पर भी छा गए। प्रणब मुखर्जी ने खुद उनके किरदार की जमकर तारीफ की थी। दरअसल, जब सौरभ शुक्ल नेशलन फिल्म पुरस्कार लेने के लिए पहुंचे थे तो पूर्व राष्ट्रपति दिवंगत प्रणब मुखर्जी उनकी तारीफ करने लगे थे। इस पूरे वाक्ये के बारे में सौरभ शुक्ला ने विस्तार से बताया है। सौरभ शुक्ला ने डिजिटल कमेंट्री नाम के यूट्यूब चैनल बताया कि आखिर ऐसा क्या और क्यों हुआ कि उन्होंने राष्ट्रपति प्रोटोकॉल तोड़ दिया।
आखिर सौरभ ने क्यों तोड़ा प्रोटोकॉल
पुरस्कार लेने पहुंचे सौरभ शुक्ला ने कार्यक्रम का प्रोटोकॉल तोड़ते हुए राष्ट्रपति से हाथ मिलाया लिया था। जब सालों बाद उनसे पूछा गया कि उन्होंने आखिर ऐसा क्यों किया तो उन्होंने मजाकिया अंदाज में पूरा किस्सा सुनाया। एक्टर ने कहा, ‘तो जब मैं वहां पहुंचा तो प्रणब मुखर्जी उस समय राष्ट्रपति थे तो मैंने उनको प्रणाम किया तो उन्होंने भी अभिवादन किया और झुककर कहा कि सर आपकी वजह से मैंने आपकी फिल्म दो बार देखी। ये मेरे लिए बहुत पर्सनल लाइन थी। जब उन्होंने एक इंसान के तौर पर ये बात कही तो वो मुझे इतनी छू गई कि मैं खुद को रोक नहीं पाया। मैंने कहा सर, अगर मेरी वजह से आपने दो बार देखी है तो इस बात पर हाथ मिलाइए और उन्होंने हंसते हुए हाथ मिलाया था, वो फोटो मेरे पास है।’ वैसे उस दौरान वायरल हुए वीडियो में भी प्रणब मुखर्जी बाद में भी उनके तारीफ करते रहे थे।
यहां देखें वीडियो
क्या है नियम
बता दें, नेशनल फिल्म अवॉर्ड भारत के राष्ट्रपति देते हैं और इसके कई नियम हैं। जब ये अवॉर्ड दिया जाता है तो पुरस्कार लेने वाला शख्स राष्ट्रपति को छू नहीं सकता। अगर वो ऐसा करता है तो इस नियम का उल्लंघन माना जाता है। रही बात सौरभ शुक्ला की तो वो इंडस्ट्री के शानदार और दिग्गज कलाकारों में गिने जाते हैं। उन्होंने अपने लंबे करियर में एक से बढ़कर एक शानदार फिल्में दी हैं, जिसमें ‘सत्या’, ‘बादशाह’, ‘अर्जुन पंडित’, ‘ताल’, ‘नायक’, ‘उवा’, ‘लगे रहो मुन्ना भाई’, ‘पाठशाला’, ‘किक’, ‘मैं तेरा हीरो’, ‘फटा पोस्टर निकला हीरो’ जैसी फिल्में शामिल हैं।
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