
नरगिस दत्त
बॉलीवुड की दिग्गज एक्ट्रेस रहीं नरगिस दत्त आज ही के दिन इस दुनिया को अलविदा कहकर चली गई थीं। नरगिस जिन्होंने अपने समय में बॉलीवुड पर राज किया और आखिरी समय तक अपने काम से लोगों का दिल जीतती रहीं। शोहरत के खास मुकाम पर आने के बाद भी नरगिस की एक ख्वाहिश अधूरी रह गई। नरगिस अपने बेटे को फिल्मी पर्दे पर बतौर हीरो देखना चाहती थीं। बेटा हीरो बना भी और आज सुपरस्टार भी हैं। लेकिन फिर भी नरगिस का अपने बेटे को बतौर हीरो स्क्रीन पर देखने का सपना अधूरा रह गया। बेटे की फिल्म रिलीज से 3 दिन पहले ही नरगिस का निधन हो गया। नरगिस अपने अंतिम समय में कैंसर से जूझ रही थीं। आज नरगिस की डेथएनिवर्सरी पर फैन्स ने उन्हें याद किया है। आज नरगिस के बेटे संजय दत्त भी बॉलीवुड सुपरस्टार हैं। आज के इस खास मौके पर जानते हैं नरगिस की जिंदगी की कहानी।
महज 6 साल की उम्र में शुरू किया था करियर
दिवंगत अभिनेत्री नरगिस दत्त को हिंदी फिल्म उद्योग के रत्नों में से एक माना जाता है, जिन्होंने 1935 में 6 साल की उम्र में तलाश-ए-हक से अपने करियर की शुरुआत की थी। तीन दशकों के करियर में दिवंगत अभिनेत्री ने मदर इंडिया, श्री 420 और बरसात सहित कई प्रतिष्ठित फिल्में दीं। 1980 में राज्यसभा सदस्य रहीं नरगिस ने 3 मई 1981 को अग्नाशय के कैंसर के कारण अंतिम सांस ली। अभिनेता सुनील दत्त से शादी करने वाली अभिनेत्री के तीन बच्चे हैं- संजय दत्त, प्रिया दत्त और नम्रता दत्त। राजकुमार हिरानी द्वारा निर्देशित संजय दत्त की बायोपिक संजू में हमें नरगिस दत्त और उनके बेटे संजय दत्त के बीच के रिश्ते की झलक देखने को मिली।
फिल्म संजू में दिखी जिंदगी की झलक
2018 में आई इस मल्टीस्टारर फिल्म में रणबीर कपूर के साथ विक्की कौशल, परेश रावल, सोनम कपूर और अन्य कलाकार मुख्य भूमिका में थे। फिल्म में मनीषा कोइराला ने नरगिस का किरदार निभाया था। बता दें कि नरगिस दत्त की मौत उनके बेटे की पहली फिल्म रॉकी की रिलीज से तीन दिन पहले 1981 में हुई थी। न्यूयॉर्क में कैंसर के इलाज के दौरान अभिनेत्री अपने बेटे के लिए ऑडियो संदेश रिकॉर्ड करती थीं। अगर आपने संजू देखी है तो आपको वह सीन याद होगा, जिसमें टेप रिकॉर्डिंग न केवल अभिनेता को भावुक बनाती है, बल्कि उनमें प्रेरणा भी भरती है। हिरानी ने दिखाया कि कैसे नरगिस दत्त के संदेशों ने संजय को उनकी नशे की लत से उबरने में मदद की।
संजय दत्त का भी वायरल रहता है वीडियो
अब मुन्नाभाई अभिनेता का एक पुराना इंटरव्यू भी वायरल होता रहता है। जिसमें संजय दत्त अपनी मां और उनके आखिरी संदेश के बारे में बात करते हैं। युवा संजय कहते हैं कि जब उनकी मां का निधन हुआ तो वह रोए नहीं, लेकिन टेप सुनने के बाद वह 4-5 घंटे तक रोते रहे। संजय ने बताया कि दो साल बाद उनके एक दोस्त ने उन्हें रिकॉर्डिंग सुनाई और इसे सुनकर वह खुद को रोक नहीं पाए। ऑडियो में नरगिस को यह कहते हुए सुना जा सकता है, ‘संजू, किसी भी चीज से बढ़कर, अपनी विनम्रता बनाए रखो। अपना चरित्र बनाए रखो। कभी दिखावा मत करो। हमेशा विनम्र रहो और हमेशा बड़ों का सम्मान करो। यही वह चीज है जो आपको बहुत आगे ले जाएगी और यही आपको आपके काम में ताकत देगी।’
Doonited Affiliated: Syndicate News Hunt
This report has been published as part of an auto-generated syndicated wire feed. Except for the headline, the content has not been modified or edited by Doonited