
श्वेता तिवारी और पलक तिवारी
‘कसौटी जिंदगी की’ से लोकप्रियता हासिल करने वाली श्वेता तिवारी ने बतौर सिंगल मदर पलक तिवारी और बेटे रेयांश के पालन-पोषण पर खुलकर बात की। टीवी एक्ट्रेस ने अपने बच्चों की पर्सनल और प्रोफेशनल लाइफ के बारे में भी बताया। श्वेता ने बताया कि उन्होंने पलक को अनुशासन, पैसों की जिम्मेदारी और सिक्योरिटी की वैल्यू बचपन में ही सिखा दी थी। उन्होंने ने यह भी खुलासा किया कि पलक तिवारी के घर लौटने का वक्त मैंने तय किया हुआ है। इतना ही नहीं 44 साल की हसीना अपनी बेटी की सुरक्षा के लिए उनके मोबाइल को भी ट्रैक करती रहती हैं। कमाल की बात यह है कि बॉलीवुड एक्ट्रेस पलक को अपनी पॉकेट मनी के लिए घर का हर काम करना पड़ता था ताकि वह पैसे की वैल्यू समझे। ऐसे में श्वेता तिवारी ने घर के हर काम के लिए एक रेट तय किया हुआ था।
श्वेता तिवारी को बेटी को लेकर इस बात का था डर
भारती सिंह के यूट्यूब चैनल को दिए इंटरव्यू में श्वेता तिवारी ने कहा, ‘मैं सख्त नहीं थी, लेकिन हमारे घर में कुछ कायदे-कानून थे। अगर आपने कहा है कि आप 1 बजे तक वापस आएंगे तो उस वक्त आपको दरवाजे पर आना होगा।’ एक्ट्रेस श्वेता ने यह भी खुलासा किया है कि वह अपनी बेटी की सुरक्षा के लिए पलक के दोस्तों और उनकी मां के कॉन्टैक्ट डिटेल्स रखती थीं। श्वेता तिवारी ने आगे कहा, ‘मैं पलक को कहती थी कि मैं उनके दोस्तों की मां को तब फोन करूंगी जब तुम्हारा फोन नहीं लगेगा। दरअसल, मैं थोड़ी डरती थी क्योंकि वह लड़की है और समाज अजीब है। कब क्या हो जाए आपको नहीं पता।’
पॉकेट मनी के लिए किया बाथरूम साफ
श्वेता तिवारी ने पलक तिवारी को पैसे का महत्व समझाने के लिए बहुत ही अलग तरीका अपनाया था। उन्होंने कहा, ‘पलक को एक बजट दिया गया था… महीने के 25,000 रुपये और अगर उसने 30,000 रुपये खर्च किए, तो उसे घर के काम करके इसकी भरपाई करनी पड़ती। बाथरूम साफ करने पर 1000 रुपये, बिस्तर साफ करने पर 500 रुपये और बर्तन धोने पर 1000 रुपये।’ कई बार पलक एक्स्ट्रा पॉकेट मनी के लिए ज्यादा काम भी करती थीं।
Doonited Affiliated: Syndicate News Hunt
This report has been published as part of an auto-generated syndicated wire feed. Except for the headline, the content has not been modified or edited by Doonited