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‘रामायण’-‘लव-कुश’ ही नहीं, रामानंद सागर के 32 साल पुराना इस शो की कहानी भी थी लाजवाब, IMDb पर मिली 8.6 रेटिंग

‘रामायण’-‘लव-कुश’ ही नहीं, रामानंद सागर के 32 साल पुराना इस शो की कहानी भी थी लाजवाब, IMDb पर मिली 8.6 रेटिंग

Image Source : INSTAGRAM/@SWWAPNIL_JOSHI
रामानंद सागर का बेहतरीन शो।

आज के वक्त जहां कुछ दर्शक हॉरर, ड्रामा और रोमांस से भरपूर शो देखना पसंद करते हैं। वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं, जो टीवी पर ‘रामायण’ और ‘लव-कुश’ जैसे धार्मिक धारावाहिक भी देखते हैं। लेकिन, इस डिजिटल युग में ओटीटी का क्रेज भी अब काफी ज्यादा बढ़ गया है क्योंकि लोगों को हर चीज घर बैठे देखने की आदत हो गई है। यूं समझिए कि ओटीटी प्लेटफॉर्म एक ऐसी जगह है, जहां हर तरह की नई-पुरानी मूवी, सीरीज, वेब शोज से लेकर सीरियल तक सब कुछ एक साथ देखने को मिल जाते हैं और इस प्लेटफॉर्म पर हमारे मन मुताबिक कंटेंट उपलब्ध भी है। लेकिन, यह जानकर हैरानी होगी कि एक पुराना टीवी सीरियल आज भी अपनी कहानी और कलाकारों की वजह से लोगों के दिलों में बसा हुआ है। यह शो 1993 में आया था और दूरदर्शन पर दिखाया जाता था।

32 साल पुराना ये सीरियल रामायण-लव कुश जैसा है बेहतरीन

हम जिस पॉपुलर टीवी सीरियल के बारे में बात कर रहे हैं वो 32 साल पहले आया था, जिसका नाम सुनते ही लोगों के चेहरे पर मुस्कान आ जाती थी। हम बात कर रहे हैं ‘श्री कृष्णा’ की, जो दूरदर्शन पर आता था। बता दें कि इसका पहला सीजन हिट साबित हुआ था और 221 से ज्यादा एपिसोड प्रसारित हुए थे। रामानंद सागर, आनंद सागर और मोती सागर का ये शो कृष्ण लीला पर बना था। इस सीरियल को दर्शकों से इतना प्यार मिला की लोग आज भी इसकी कहानी और स्टार कास्ट को भूल नहीं पाए हैं। इस टीवी सीरियल की IMDb रेटिंग 8.6 है। इसमें स्वप्निल जोशी, श्वेता रस्‍तोगी, सर्वदमन डी. बनर्जी और सौरभ राज जैन ने अभिनय किया।

कहां देखें श्री कृष्णा

इसे रामानंद सागर ने लिखा और निर्देशित किया था। इसका निर्माण आनंद सागर और मोती सागर ने किया, जिसका निर्देशन रामानंद ने किया। ‘श्री कृष्णा’ कहां देख सकते हैं? अब आप इसे यूट्यूब और जिओ हॉटस्टार पर देख सकते हैं।

श्रीकृष्ण की कहानी

इसमें श्रीकृष्ण के जन्म से कंस के अत्याचार, देवकी-वसुदेव की कैद और गोकुल में कृष्ण का पालन-पोषण सब कुछ देखने को मिला है। वृंदावन में रास, बांसुरी की तान और राधा-कृष्ण के दिव्य प्रेम का आध्यात्मिक रूप भी देखने को मिला। इतना ही नहीं कृष्ण अर्जुन के सारथी बनते हैं, पांडवों का साथ देते हैं और कुरुक्षेत्र युद्ध में गीता का उपदेश देते हैं। अंत में कृष्ण अपने अवतार का लक्ष्य पूरा करके धरती से प्रस्थान करते हैं।

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