
हॉलीवुड रिपोर्टर की अनुपमा चोपड़ा ने फिल्म समीक्षा के अपने सफर के बारे में खुलकर बात की और विभिन्न पहलुओं के बारे में बात की जो उनके काम को दिलचस्प बनाते हैं। इंडिया टीवी के ‘द फिल्मी हसल’ पॉडकास्ट में अक्षय राठी के साथ बातचीत करते हुए अनुपमा चोपड़ा ने कहा कि रणवीर सिंह और वाणी कपूर की बेफिक्रे को पसंद करने के कारण लोग उन्हें आज भी नापसंद करते हैं। उन्होंने एक ऐसी घटना के बारे में भी बताया जब फिल्म कंपेनियन के उनके एक सब्सक्राइबर ने कहा कि अब वह अनुपमा की समीक्षाओं पर भरोसा नहीं कर सकता।
क्यों फिल्म समीक्षकों पर बिगड़ जाते हैं फैन्स?
पॉडकास्ट के होस्ट अक्षय राठी ने यह कहकर शुरुआत की कि फिल्म समीक्षा बहुत ही सब्जेक्टिव काम है और इसका मूल्यांकन नहीं किया जा सकता। जिस पर अनुपमा ने कहा कि रणवीर सिंह की बेफिक्रे की तारीफ करने के कारण उन्हें नापसंद किया गया। अक्षय ने आगे कहा कि उस फिल्म को पसंद करने के कारण उन दोनों से ही नफरत की जाती है। अनुपमा चोपड़ा ने कहा, ‘सिर्फ बेफिक्रे ही नहीं, बल्कि कई फिल्में जो मुझे पसंद आईं, उनका अनुभव भी ऐसा ही था। इतना कि एक बार एक आदमी ने कहा ‘अब आप से विश्वास उठ चुका है’, सिर्फ इसलिए क्योंकि मैंने उस फिल्म के लिए सकारात्मक बात कही थी जो उसे पसंद नहीं आई।’
अनुपमा चोपड़ा फिल्म समीक्षा पर आत्मनिरीक्षण करती हैं
फिल्म समीक्षक ने बातचीत में आगे कहा कि लोगों को लगता है कि फिल्म समीक्षक घमंडी लोग होते हैं जिन्हें कुछ भी पसंद नहीं आता, लेकिन ऐसा नहीं है। ‘मुझे लगता है कि मेरा काम बड़े फिल्म निर्माताओं के अहंकार को शांत करना नहीं है, बल्कि छोटे बजट की फिल्मों को सुर्खियों में लाना है। फिल्म क्रिटिक्स गिल्ड की चेयरपर्सन ने कहा कि मुझे लोगों को यह बताना होगा कि, अरे, यह एक ऐसी फिल्म है जिसमें संभावनाएं हैं और अगर उन्हें पहचान पाने के लिए लोगों की प्रशंसा की ज़रूरत है, तो ऐसा ही हो। बड़े बजट की फिल्मों के बारे में बात करते हुए, अनुपमा ने कहा कि ऐसी कई फिल्में हैं जिन्होंने खराब समीक्षकों के बावजूद अच्छी कमाई की है, इसका एक बेहतरीन उदाहरण पुष्पा 2 है। ‘ऐसी बड़ी फिल्में हैं जिन्हें पहचान पाने के लिए समीक्षकों की ज़रूरत नहीं है। जैसे पुष्पा 2 के बारे में मैं क्या कह सकती हूं जो बॉक्स ऑफिस पर इसके शानदार प्रदर्शन में योगदान दे सकती थी या उसे रोक सकती थी? लेकिन अगर मुख्यधारा के अलावा कुछ ऐसा है जो ध्यान आकर्षित कर सकता है क्योंकि मैं 5 में से तीन लोगों को प्रभावित करने में सक्षम थी, तो मैं वहीं हूं।’
क्यों बंद कर दिया अपना स्टार्टअप
अनुपमा चोपड़ा ने अपना खुद का एक ऑर्गनाइजेशन खड़ा किया था। इसमें अनुपमा ने काफी मेहनत की और लंबे समय तक जुड़ी रहीं। इस ऑर्गनाइजेशन में कई तरह के पॉडकास्ट, इंटरव्यू और राउंड टेबल बातचीत का दौर चलता रहा। लेकिन बाद में अनुपमा ने ये बंद कर दिया। जब उनसे इसको लेकर पूछा गया तो अनुपमा ने बताया, ‘वास्तव में मैं एक जर्नलिस्ट हूं। मैं व्यापार नहीं कर सकती। एक कंपनी चलाना मेरे स्किल सेट का हिस्सा नहीं है। क्योंकि जब ऑर्गनाइजेशन में आपका मालिकाना हक होता है जो आपकी जवाबदारी भी ज्यादा बढ़ जाती है। इसलिए मैंने इसे बंद कर दिया।’ अनुपमा चोपड़ा ने ये स्टार्टअप भी अपने पति विद्यु विनोद चोपड़ा के कहने पर शुरू किया था।
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