
एकेे47 की कहानी
दुनिया में कुछ भी स्थिर और अनंत काल नहीं रहता, लोग इस दुनिया में आते हैं और चले जाते हैं। लेकिन यहां रहने के दौरान 2 ही चीजें छोड़ जाते हैं एक है कहानियां और दूसरा है काम। ऐसे कुछ लोग जो इस धरती पर आए और यहां ऐसे काम किए कि उनकी कहानियां हमेशा के लिए अमर हो गईं। एक ऐसी ही कहानी है एक सैनिक की जिसने जिंदगी की जिल्लत झेलकर ऐसा हथियार बनाया जो आज तक मौत का सामान है। कहीं भी जंग हो या बगावत लेकिन इस हथियार का नाम सुनते ही लोगों की आत्मा कांप उठती है। इस हथियार का नाम है AK47 और इसके बनने की भी एक अनोखी कहानी है। अगर आप भी इस मौत के सामान के बनने और बनाने की कहानी देखने में दिलचस्पी रखते हैं तो ये खबर आपके लिए है। इस हथियार और बनाने वाले सैनिक की कहानी पर एक फिल्म बनी है जिसका नाम है ‘कालाश्निकोव’ और ये फिल्म 5 साल पहले रिलीज की गई थी और हॉटस्टार पर देख सकते हैं।
कैसे जिल्लत की जिंदगी ने बनवा दिया मौत का सामान
साल 1947 में जब भारत आजादी के दौर से गुजर रहा था तो दुनिया में विश्व युद्ध के हालात बने हुए थे। दुनिया के आधे संपन्न और समृद्ध देश एक दूसरे से जंग कर रहे थे। रूस में भी यही हालात थे और यहां की सेना में एक टैंक चलाने वाला सैनिक भी। ये सैनिक वास्तव में पढ़ा लिखा नहीं था लेकिन एक कमाल का इंजीनियर था। इस सैनिक का नाम था ‘मिखाइल कालास्निकोव’। जब जंग के दौरान इसका टैंकर तबाह हो जाता है और कुछ साथी सैनिक मारे जाते हैं तो जिंदगी और भी तल्ख हो जाती है। कालास्निकोव लगातार संघर्ष करता है और अपनी सेना की आन के लिए आखिरी सांस तक युद्ध लड़ता है। इसके बाद उसे सेना की इन्फेंट्री में एक हथियार बनाने वाले कॉम्पटीशन में हिस्सा लेने का मौका मिलता है।
राइफल से शुरू होता है सफर
‘मिखाइल कालास्निकोव’ का सफर राइफल बनाने की यात्रा से शुरू होता है। सबसे पहले राइफल बनाता है और कई बार असफल रहता है। लेकिन इसी दौरान मिखाइन को मौका मिलता है एक ऑटोमेटिक गन बनाने का। कई अड़चनों और वाधाओं को पार कर मिखाइल आखिर में अपनी एक गन बनाने में सफल रहता है। इसके बाद भी उसे वो पहचान नहीं मिल पाती जो दूसरे लोग लूट ले जाते हैं। आखिर में मिखाइल एक ऐसी बंदूक बनाता है जिसने पूरी दुनिया में युद्ध और हिंसा के चेहरे बदल दिए। इसी बंदूक को AK47 के नाम से जाना जाता है। ये हथियार आज 77 साल से झगड़ों और वर्चस्व की शान बना हुआ है।
हॉटस्टार पर है पूरी कहानी
इस फिल्म की कहानी हॉटस्टार पर देखने को मिलेगी। फिल्म को ‘कॉस्टेंटिन बिसलोव’ ने डायरेक्ट किया है और युवा बोरिसोव, ओल्गा लेहरमैन के साथ आर्थर स्मोल्यानिनोव ने अहम किरदार निभाए हैं। फिल्म की कहानी बेहद दमदार है और असल जिंदगी पर बनी है। फिल्म में इस हथियार को बनाने वाले सैनिक की जिंदगी की भी कहानी दिखाई गई है। साथ ही उस दौर के विश्व युद्ध में चल रहे संताप को भी पर्दे पर दिखाने की कोशिश की गई है। फिल्म आज भी लोगों को पसंद आती है। आईएमडीबी पर भी इस फिल्म 6.6 की रेटिंग दी गई है।
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